तीर्थन घाटी में अब महिला टूरिस्ट गाइड भी करवाएंगी सैलानियों से वादियों की सैर
अक्स न्यूज लाइन कुल्लू 14 सितंबर :
तीर्थन घाटी गुशैनी बंजार (परस राम भारती):- जिला कुल्लू की तीर्थन घाटी ने हिमाचल के पर्यटन मानचित्र पर अपना एक विशेष स्थान बना लिया है, जिस कारण साल दर साल यहां पर देसी विदेशी पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल नेशनल पार्क में पाए जाने वाली जैविक विविधता, तीर्थन नदी की ट्राउट मछली, यहां की शान्त और सुरम्य वादियाँ, प्रदूषण मुक्त वातावरण, नदियां, नाले, झरने और यहां के पारंपरिक मेले और त्यौहार सहज ही सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। पर्यटन यहां के लोगों के लिए आजीविका का एक मुख्य जरिया बनता जा रहा है।
तीर्थन घाटी में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कुल्लू द्वारा गुशैनी में ट्रैवल एंड टूरिस्ट गाइड प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में घाटी के 35 लोग हिस्सा ले रहे जिसमें करीब 10 महिलाएं भी शामिल है। दस दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का 18 सितम्बर को समापन होगा।
तीर्थन घाटी में स्थित ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और यहां के अन्य दर्शनीय स्थलों पर अब देशी विदेशी सैलानियों को महिला गाइड भी सैर कराएंगी। कई बार यहां पर घूमने आने वाली महिला पर्यटकों को महिला पर्यटक गाईड की डिमांड रहती है, क्योंकि कुछ महिलाएं घूमने फिरने के लिए महिला गाइड के साथ ही सहज महसूस करती हैं। इस बात को ध्यान रखते हुए यह प्रशिक्षण महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का एक जरिया बन गया है।