प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी ही सरकार को कटकड़े में खड़ा किया, कांग्रेस तो कानून बड़े-बड़े लोगों के लिए बना रही है : कश्यप
अक्स न्यूज लाइन शिमला 13 दिसंबर :
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि आज लोकसभा के अंदर संविधान के ऊपर चर्चा के दौरान कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी ही सरकार को कटकड़े में खड़ा कर दिया, जब उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले दो सालों से कांग्रेस की सरकार जो भी कानून बना रही है वह बड़े-बड़े लोगों के लिए बना रही है और किसानों और बागवान की, छोटे-छोटे किसानों की अनदेखी हो रही है।
उन्होंने कहा की इस बात से यह स्पष्ट हो जाता है कि आज प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार पूर्ण रूप फेल हो गई है और शायद यही कारण रहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान एक भी बार प्रियंका गांधी वाड्रा हिमाचल प्रदेश नहीं आई। जबकि चुनाव से पहले प्रियंका गांधी, सुखविंद्र सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री और सभा कांग्रेस के नेताओं ने जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे। इन्होंने युवाओं से कहा था कि पहली ही कैबिनेट में हम युवाओं को एक लाख सरकारी नौकरी देंगे और उन्होंने सोलन के ठोडो मैदान से यह बात बड़े बड़े ऊंचे शब्दों में कही थी, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी एक भी युवा को नौकरी नहीं मिली और यही नहीं महिलाओं को 1500 देने का वायदा भी हुआ था, सेब जिसका जिक्र आज कर रही थी सेब का मूल्य किसान तय करेंगे यह भी घोषणा अपनी गारंटी में इन्होंने की थी।
कश्यप ने कहा कि लेकिन 2 साल बीत गए यह गारंटी भी पूरी नहीं हो पाई, इसी प्रकार से किसानों से दूध और गोबर खरीदने का वादा भी हवाहवाई हो गया, 300 यूनिट फ्री बिजली वो भी वादा थी जिसकी हवा निकल गई और इसी प्रकार से जो 10 गारंटीयां दी थी एक भी गारंटी यह सरकार पूरी करने में विफल रही और शायद यही कारण है कि जब एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के ऊपर वर्तमान सरकार ने जश्न मनाया तो प्रियंका गांधी शिमला में होते हुए तब भी उन्होंने इस कार्यक्रम में आना उचित नहीं समझा और अब जब दो वर्ष का बर्बादी का जश्न इस सरकार ने बिलासपुर में मनाया तो वहां पर भी कोई भी बड़ा नेता कांग्रेस का उस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हुआ। इस बात से स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार, कांग्रेस की निकम्मी सरकार और आज केंद्र का कांग्रेस हाइ कमांड नेतृत्व वह भी इस बात को समझ चुका है कि प्रदेश की वर्तमान सरकार पूर्ण रूप हिमाचल प्रदेश के लोगों की आकांक्षाओं के ऊपर खरा उतरने में पूर्ण रूपे से फेल हुई है।