हिमाचल में जयराम सरकार का सूर्यास्त हो गया : सुक्खू कांग्रेस सरकार बनाते ही सभी वर्गों को देगी राहत

हिमाचल में जयराम सरकार का सूर्यास्त हो गया  : सुक्खू कांग्रेस सरकार बनाते ही सभी वर्गों को देगी राहत

शिमला.
काग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी के चेयरमैन सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में जयराम सरकार का सूर्यास्त हो गया है. कर्मचारी, किसान, बागवान, युवा विरोधी  जयराम सरकार के हिमाचल में अब गिनकर महज चार दिन रह गए है.  डबल इंजन का दंभ भरने वाली  बीजेपी सरकार ने कमरतोड़ महंगाई, रिकॉर्ड बेरोजगारी देकर और भर्तियों में  धांधलियां कर अपना असली जन विरोधी  देखा दिया है.  उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी सरकार बनाते ही जनता से किए वादे पूरा कर हर वर्ग को राहत देने के फैसले करेगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पांच सालों में जयराम सरकार ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधारने की बजाए इसको  खराब करने का काम किया है. सरकार ने अपनी आय बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए, उल्टे फिजूल खर्ची कर जनता पर खर्च किए जाने वाले पैसे को अपने लोगों के ऐशो आराम पर खर्च कर डाला. बीते पांच सालों में जयराम सरकार कर्ज पर कर्ज लेती रही और इस कर्ज से लिए पैसे  को फिजूल खर्ची में उड़ाती रही. जो पैसा हिमाचल की जनता  पर और विकास कार्यों पर खर्च होना था, उसको जयराम ठाकुर और   इनके मंत्रियों ने अपने  और  चहेतों  पर पानी की तरह बहाया .
 सरकार ने कर्मचारियों को उनके वित्तीय लाभ तक नहीं दिए
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले कर्मचारियों को उनके वित्तीय लाभ तक नहीं दिए गए.  कर्मचारी पहले नए वेतनमान के लिए लड़ते रहे और जब वेतनमान दिया भी तो उसमें बड़ी विसंगतियां पैदा कर डाली. आज शायद ही कर्मचारियों का कोई वर्ग बचा है जो इस वेतन विसंगति से न जूझ रहा हो. एनपीएस वाले कर्मचारी ओल्ड पेंशन के लिए लड़ते रहे.  करुणामूलक  बेरोजगार एक साल से भी अधिक समय तक अनशन पर रहे, सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी. आउटसोर्स कर्मियों के लिए पॉलिसी बनाने का 2017 चुनावों के दौरान वादा करने के बावजूद पांच साल में उनके लिए कुछ नहीं किया.
भर्तयों में घोटाले ‌करने वाली बीजेपी सरकार अब कर रही झूठे वादे
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चुनावों में युवाओं की नाराजगी को भांपते हुए बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र , जो कि जुमला  है, में बड़े बड़े वादे किए है, लेकिन अपने पांच साल के कार्यकाल में युवाओं के लिए किए कार्यों का वह कोई रिपोर्ट कार्ड नहीं दे पाई. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने पांच सालों में सरकारी विभाग में खाली पड़े 65 हजार खाली पदों को नहीं भरा, अब चुनाव देखकर झूठे वादे कर रही है.
पांच सालों में युवाओं को नौकरियां देने की बजाए
हिमाचल की जयराम सरकार ने भर्तियों में घोटाले किए हैं. इस सरकार ने पेपरों की बोलियां लगाईं. पुलिस विभाग की कांटेबल परीक्षा पत्र आठ से दस लाख में बेचे गए. करीब 75 हजार युवाओं से इस परीक्षा के माध्यम से अन्याय किया गया, पेपर लीक का मामला उजागर होने पर जयराम ने आनन फानन में परीक्षा रद्द कर डाली , चारों तरफ बढ़ते दबाब के चलते सीएम जयराम ठाकुर ने इसकी सीबीआई जांच की बात कही, मगर अपने लोगों तक इसकी आंच आने से डरी सरकार  सीबीआई जांच से  पीछे हट गई . जयराम सरकार की पुलिस , जिसके बड़े अधिकारी पेपर लीक कांड में फंस रहे थे, ने उन युवाओं और उनके परिवारों के सदस्यों को पकड़ा जिनको पेपर बेचा गया. मगर पेपर बेचने वाले लोग आज तक नहीं पकड़े . इसी तरह जूनियर ऑफिस एसिस्टेंट (आईटी)का पेपर लीक किया गया. हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में मेरिट को दरकिनार कर शिक्षकों के पदों पर चहेतों की नियुक्तियां कर डाली. उन्होंने कहा कि जयराम अपने चहेतों की बड़े पदों पर रातों रात नियुक्तियां करने के लिए जाने जायेंगे. हिमाचल का युवा इसका जवाब देगा.
 सब्सिडी बंद करने वाली भाजपा को अब आ रही किसानों बागवानों की याद
सुक्खू ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों और बागवानों को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. किसान बागवान विरोधी बीजेपी सरकार ने  खाद और दवाइयों पर मिलने वाली सब्सिडी को बंद कराकर उनकी फसलों की लागत  बढ़ाने का काम किया. अदानी पर मेहरबान मोदी सरकार के निर्देशों पर जयराम सरकार ने सेब बागवानों का  जमकर शोषण करवाया. कार्टन पर 18 फीसदी जीएसटी थोपने वाली बीजेपी सरकार अब झूठे वादे कर रही है.
उन्होंने कहा कि इन चुनावों में प्रदेश की जनता भाजपा को सबक सिखाने को तैयार बैठी है. हिमाचल के लोगों ने कांग्रेस को सता में लाने का पूरा मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि लोगों को कांग्रेस से जो उम्मीदें हैं उनको पूरा कर हर वर्ग को राहत देगी