हजारों उपभोक्ताओं की उड़ाई नींद...... जल शक्ति विभाग ने 10 महीने के लाखों के बिल एवरेज बिल थमा कर.......उपभोक्ताओं को लगी वित्तीय चपत.......
अक्स न्यूज लाइन ..नाहन 16 जुलाई - 2023
अरूण साथी
जल शक्ति विभाग ने हाल ही में जिला मुख्यालय में शहरी उपभोक्ताओं को पिछले दस कमहीनों के पानी के बकाया के बिलों को थमाकर नींद उड़ा कर रख दी है। विभाग ने हाल ही में 10 महीने के के बिलो बिलों को एकमुश्त जारी करके ज्यादातर उपभोक्ताओं को भारी-भरकम राशि के बिल दिए है। हैरानी यह की उपभोक्ताओं को एवरेज बिल जारी किए गए है क्योंकि अधिकांश मीटर बंद हो चुके है विभाग ने डिजिटल मीटर लगाने की दिशा में कोई ठोस पहल नही की है।
एवरेज बिलों से भी उपभोक्ताओं को वित्तीय चपत लगी है। मिली जानकारी के अनुसार जल शक्ति विभाग के पास समय पर बिलों को बनाने व इन्हें बांटने के लिए स्टाफ भारी टोटा है। ऐसे में पिछले 10 महीनों से उपभोक्ताओं को बिल ही नहीं भेजे जा सके। वैसे भी विभाग सालों से बिलों प्रतिमाह जारी करने में नाकाम रहा है। पहले भी बिल दो तीन महीने में एक बार ही उपभोक्ताओं को मिलते रहे है।
मिली जानकारी के अनुसार हजारों उपभोक्ताओं को लाखों रुपए के बिल एक बार में ही थमा दिए गए ऐसे बहुत से उपभोक्ता है। जिनके कई कई हजार के बिल आए हैं यही नहीं 10 महीने के बिलों के साथ पिछला बकाया भी जोड़ा गया जोड़ दिया गया है। उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ता रहा है। पूर्व कई बार लोक अदालत के जरिए बिलों की वसूली विभाग कर चुका है। उपभोक्ताओं का कहना है कि बिलों के आवंटन में देरी विभाग की ओर से होती है। एकमुश्त हजारों के बिल थमाना उनके साथ नाइंसाफी है।
लोक अदालत को इसका संज्ञान लेना चाहिए। गौरतलब है कि नाहन उपूमंडल के तहत करीब 15000 उपभोक्ता जल शक्ति विभाग के पास रिकॉर्ड में दर्ज है जिनको नियमित रूप से बिल भेजने में विभाग को पिछले कई सालों से नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं। स्टाफ की कमी के चलते ना तो समय पर बिल बनते हैं और ना ही उनका आवंटन होता है। ऐसे में हाल ही विभाग ने बिलों के आवंटन को को आउटसोर्स कर दिया है यही वजह है कि है कि पिछले 10 महीने के बिल एक बार में जड़ दिए गए है।
जल शक्ति विभाग डिजिटाइजेशन से दूर....
अन्य विभाग जहां ऑनलाइन सिस्टम को अपना चुके हैं और अपना लेनदेन डिजिटली कर चुके हैं लेकिन जल शक्ति विभाग में अभी तक ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा उपभोक्ताओं को नहीं मिली है। ऐसे में आज भी उपभोक्ताओं को बिल भुगतान केंद्र में जाकर नकद या चेक के माध्यम से बिलों की अदायगी करनी पड़ रही है। इस मामले विभाग अन्य विभागों से पीछे है।
आलम यह कि उपभोक्ताओं को सीधे बैंक में सीधे बिलों की राशि जमा करवाने की सुविधा भी नहीं दी जाएगी दी गई है। सूत्रों के
अनुसार हजारों उपभोक्ताओं को डिजिटलाइज करने के लिए कंप्यूटर में डाटा फीड करने का काम अधर में लटका है। ऐसे न तो गूगल पे की सुविधा है और ना ही सीधे बैंक में उपभोक्ता राशि जमा करवा पा रहे हैं।
इस मामले में नाहन डिवीजन के एक्सीयन आशीष राणा ने बताया हेलो बिलों को नियमित भेजने के लिए बन्दोबस्त किया गया है। उपभोक्ताओं को समय पर पहुंचे इसके लिए आउटर्सोस का सहारा लिया गया है।ऑनलाइन पेमेंट के लिए के लिए प्रयास जारी है।