ख़ास खबर : शहर की सबसे महंगी एमसी पार्किंग पक्का टैंक के अब रेट फिक्स करेगी नगर परिषद,पार्किंग की दरें नो लॉस नो प्रॉफिट के आधार पर हो...

अक्स न्यूज लाइन, नाहन 15 मार्च : अरुण साथी
शहर की सबसे महंगी माने जाने वाली पक्का टैंक बहुमंजिला एमसी पार्किंग का टेंडर अब नये सिरे से होगा। नगर परिषद अब इस पार्किंग को ठेके पर देने से पहले यहां खड़ी होने वाली गाड़ियों बकायदा उचित रेट तय करेगी। पार्किंग नगर परिषद खुद अपने पास रखेगी या दुबारा इसका टेंडर होगा इसका फैसला हाऊस में होना है।
आरोप है कि नगर परिषद अपने के खर्चे पूरे करने की आड़ में नगर परिषद को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चला रही है। टेंडर के बाद ठेकेदार मनमर्जी से वसूली कर रहे है। स्थानीय निकायों का काम जन कल्याण व बहेतर सुविधाऐं उपलब्ध करवाना है न की आँख बंद कर के अपनी आमदनी बढ़ाना है। यह भी तय है सुविधाओं के लोगों को तय यूजर चार्जिंस देने होते है। पार्किंग को दरें भी नो लॉस नो प्रॉफिट के आधार पर होना चाहिए।
उधर पार्किंग के वर्तमान ठेकेदार ने हाल ही में नप प्रशासन को पत्र लिख कर कहा कि वह 12 लाख के घाटे में रहा है। अगर नगर परिषद कुछ रियायत दे तो पार्किंग जारी रख सकता है अन्य 16 मार्च से पार्किंग का जिम्मा नगर परिषद का होगा। आरोप है कि बीते साल टेंडर के दौरान बोली में ठेकेदारों लगातार बोली की रकम बढाया, कुछ जो कम में लेना चाहते थे उनकी हसरतें पूरी नहीं हुई थी। इसका खमियाजा वाहन मालिकों को भुगतान पड़ा।
ऐसे यह शहर की सबसे महंगी पार्किंग साबित हुई। जानकारी के अनुसार के अनुसार करीब 32 लाख में पार्किंग का टेंडर हुआ था। वाहन मालिकों से 2500,2100,1900 व 1500 की अलग अलग दरों से किराया वसूला गया। जबकि शहर में जहां भी सड़कों के किनारे नगर परिषद ने लोगों को 1200 रुपये में पार्किंग दे रखी है। एमसी पार्किंग के नजदीक लालटेन चौक पर तो मुफ्त में वाहन पार्क हो रहे है।
शहर नगर परिषद की दिल्ली गेट, आयकर ऑफिस, अस्पताल राउन्ड, जो अन्य पार्किंग है उनमें *न्यूनतम 1500 से लोगों अधिकतम 2000 हजार तक प्रतिमाह किराया वसूला जा रहा है। नगर परिषद ने जो सड़कों के किनारे पार्किंग दे रखी उनके वाहन मालिकों से तो 1200 रुपए लिए जा रहे है । एमसी पार्किंग के ज्यादातर वार्ड नं 7 व वार्ड नं 2 के वाहन मालिक यूजर है। इनकी अन्य पार्किंग दरों के हिसाब से शहर में सबसे ज़्यादा जेब कट रही है।
वार्ड 2 के बीजेपी पार्षद विक्रम वर्मा ने बताया कि एमसी पार्किंग का निर्माण होने कांग्रेस- भाजपा के सभी पार्षदो सदन में यह तय किया था कि इस पार्किंग को नप खुद चलाएगी। सभी पार्षदों ने हस्ताक्षर किए थे। नगर परिषद को खुद यह पार्किंग चलानी चाहिए, सीएलसी के जरिये कर्मचारी रखे जा सकते है। एक साल से दोनों वार्डो के वाहन मालिक शहर में सबसे महंगी पार्किंग में फंसे है। उन्हें आर्थिक रूप से चपत लग रही है। मामला सदन में रखेंगे लोगों को सस्ती पार्किंग मिलनी चाहिए।
वार्ड नं 7 के कांग्रेसी पार्षद राकेश गर्ग पपली ने कहा कि इस बार भी पार्किंग का।टेंडर कराया जायेगा। पार्किंग को हैंडल करना नगर प्रशासन के बस में नही है। ठेके पर देने से पहल सदन में पार्किंग की न्यूनतम दरें तय की जायँगी।
नप के कार्यकारी अधिकारी अजय गर्ग ने कहा कि एमसी पार्किंग के सभी पहलुओं पर सदन में चर्चा कराई जाएगी। पार्किंग नप अपने पास रखेगी या टेंडर होगा इसका फ़ैसला सदन करेगा लेकिन पार्किंग के दाम नप प्रशासन ही करेगा।