अक्स न्यूज लाइन केलांग 29 जून :
जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में 1 जुलाई से 31 अगस्त तक सघन डायरिया नियंत्रण अभियान के अंतर्गत पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों को जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट वितरित किए जाएंगे। यह बात उपायुक्त लाहौल स्पीति राहुल कुमार ने ने सघन डायरिया नियंत्रण अभियान (आईडीसीएफ) के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने यह भी बताया कि ज़िला में 1335 बच्चे 5 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं जिस में स्पीति के 685 व लाहौल में 650 पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों को इस अभियान के तहत कवर किया गया है ।
उन्होंने अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयार की गई कार्य योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि विशेष कर प्रवासियों और जिला के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष प्राथमिकता रखी जाए। उन्होंने अभियान के निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को समन्वय आधारित कार्य व्यवस्था सुनिश्चित बनाने को भी निर्देशित किया। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को सभी जल स्रोतों की सफाई करने के निर्देश दिए। विभाग यह भी सुनिश्चित बनाए कि पेयजल आपूर्ति पाइप लाइनों में गंदगी मिश्रित न हो। उन्होंने शिक्षा विभाग तथा बाल विकास विभाग के अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रोशन लाल ने अवगत करवाया कि अभियान के अंतर्गत जिला के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों में जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट की समुचित मात्रा में उपलब्धता को सुनिश्चित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के लिए 44 हजार 440 जिंक की गोलियां और12 हजार 525 ओआरएस के पैकेट की समुचित व्यवस्था की गई है । बैठक में कार्यवाही का संचालन करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजकुमार ने अभियान को लेकर तैयार की गई कार्य योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि बाल मृत्यु दर में कमी लाने के प्रयासों में तेजी लाने पर बल दिया जा रहा है, जो कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का एक प्रमुख लक्ष्य है, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु में लगभग 13% का योगदान डायरिया के कारण होता है तथा इनमें से अधिकांश मौतें ग्रीष्म और मानसून के मौसम में होती हैं। लिहाज़ा अंतिम लक्ष्य बाल दस्त के कारण होने वाली बच्चों की मृत्यु को शून्य करना है।
उन्होंने यह भी बताया कि आशा कार्यकर्ता 5 वर्ष तक के प्रत्येक बच्चे को ओआरएस पैकेट वितरित करेगी, जिसके लिए उन्हें प्रोत्साहन के रूप में प्रति पैकेट 1 रुपये मिलेंगे।जहां आशा कार्यकर्ता तैनात नहीं हैं वहां स्वास्थ्य कार्यकर्ता वितरण करेंगे।
अभियान के दौरान दस्त से पीड़ित प्रत्येक बच्चे को 14 दिनों तक ओआरएस और जिंक की गोली दी जाएगी तथा अधिक बीमारी की सूरत में अन्य अस्पतालों में भेजा जाएगा। स्कूलों में डायरिया से पीड़ित बच्चों के उपचार के लिए ओआरएस-जिंक कॉर्नर व डायरिया के लिए हाथ धोने का प्रदर्शन, साफ-सफाई और जागरूकता को लेकर सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं।