उपायुक्त ने की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और नेशनल बैम्बू मिशन की प्रगति की समीक्षा
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में अब तक 6802 आवेदन
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत जिला क्रियान्वयन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर 30 अगस्त, 2024 तक कुल 6802 कारीगरों के ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 1575 आवेदनों की पहले चरण की सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। इन आवेदनों में 139 टेलरिंग के कार्य और मिस्त्री के कार्य के लिए 1138 आवेदन शामिल हैं। इसके अलावा शेष 298 विभिन्न टेªडों के आवेदनों को लेकर दस्तावेजों की जांच प्रक्रिया पूर्ण करके आगामी प्रक्रिया के लिए भेजा जा चुका है।
जतिन लाल ने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और हस्तशिल्पियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि यह योजना उनके व्यवसायों के विकास और वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान करेगी। योजना के तहत कारीगरों को वित्तीय सहायता, तकनीकी प्रशिक्षण, और विपणन समर्थन प्रदान किया जाएगा।
राष्ट्रीय बैम्बू परियोजना के संचालन के लिए जिला कमेटी गठित करने के निर्देश
नेशनल बैम्बू मिशन को लेकर संबंधित जिला अधिकारियों के साथ बैठक में उपायुक्त ने घंडावल में निर्माणाधीन राष्ट्रीय बैम्बू परियोजना को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिला स्तर पर एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस मिशन के तहत प्राप्त 10 लाख रुपये की राशि से विभिन्न उपकरणों की खरीद की जाएगी। उन्होंने डीएफओ को घंडावल परिसर में विभिन्न प्रजातियों की बैम्बू नर्सरी तैयार कराने को कहा ताकि लोगों को एक जगह पर उच्च गुणवत्ता के बैम्बू की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा उन्होंने परियोजना परिसर की चारदीवारी के कार्य, परिसर में पेवर टाइल लगाने और 10 सौलर लाईट लगाने के लिए उचित दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक उद्योग अंशुल धीमान, बीडीओ ऊना केएल वर्मा, पीओ डीआरडीए शैफाली शर्मा, उप निदेशक कृषि कुलभूषण धीमान, और आरएफओ राहुल ठाकुर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।