पीड़ित महिलाओं की सखी बनी "वन स्टॉप सेंटर योजना" : डीसी राणा

पीड़ित महिलाओं की सखी बनी "वन स्टॉप सेंटर योजना" : डीसी राणा

 चम्बा,16 फरवरी (अक्स न्यूज लाइन):-  
उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने  बताया कि चंबा जिला की महिलाओं के लिए सखी "वन स्टॉप सेंटर" काफी मददगार साबित हो रहा है। जिला में वर्ष 2021 से अब तक करीब 42 पीड़ित महिलाएं सखी "वन स्टॉप सेंटर" से लाभांवित भी हो चुकी हैं। जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन सखी वन स्टॉप सेंटर के तहत प्राप्त शिकायतों तथा समस्याओं का त्वरित निदान भी सुनिश्चित कर रहा है।
उपायुक्त डीसी राणा आज "वन स्टॉप सेंटर" योजना(सखी) के तहत किये जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
उपायुक्त डीसी राणा ने बताया कि सखी "वन स्टॉप सेंटर" के तहत किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिला को आपातकालीन प्रतिक्रिया और बचाव सेवाएं, कानूनी सहायता, पुलिस सहायता, चिकित्सा सहायता, मनोसामाजिक समर्थन, वीडियो कॉन्फ्रेसिंग सुविधा, साइकोलॉजिस्ट, 5 दिन का अस्थाई आश्रय और खाना-पीना निःशुल्क उपलब्ध करवाया जाता है।
  उन्होंने बताया कि ‘‘वन स्टॉप सेंटर’’ स्कीम का मतलब है एक ऐसी व्यवस्था, जहां हिंसा से पीड़ित कोई भी महिला सभी तरह की मदद एक ही छत के नीचे एक साथ पा सकती है। जहां मेडिकल ऐड, लीगल ऐड, अस्थाई रूप से रहने के लिए जगह, केस फाइल करने के लिए मदद, काउंसिलिंग सब कुछ एक ही जगह पर उपलब्ध होती है।
  उपायुक्त ने बताया कि ‘‘वन स्टॉप सेंटर’’ में किसी भी तरह की हिंसा झेल रही महिला, बलात्कार, लैंगिक हिंसा, घरेलू हिंसा, ऑनर किलिंग, एसिड अटैक, विक्टिम, विच हंटिंग, दहेज संबंधित हिंसा, बाल यौन शोषण, बाल विवाह, भ्रूण हत्या जैसे मामलों से पीड़ित कोई भी महिला यहां जा सकती हैं। इस योजना का लाभ  18 वर्ष से कम उम्र की पीड़ित लड़कियों सहित सभी महिलाएं उठा सकती हैं।
उन्होंने बताया कि ‘‘वन स्टाप सेंटर’’ योजना भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय ने 01 अप्रैल, 2015 को हिंसा प्रभावित महिलाओं की सहायता और समर्थन करने के लिए इस योजना की शुरूआत की। इस योजना को ‘‘सखी’’ के नाम से भी जाना जाता है। योजना को लाने का मुख्य उद्देश्य किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिला को सुरक्षा प्रदान करने के लिए वन स्टॉप सेंटर में सहायता उपलब्ध करवाना है।
उपायुक्त ने बताया कि चंबा जिला में वन स्टॉप सेंटर योजना के तहत 04 महिलाओं को कानूनी सहायता, 02 महिलाओं को चिकित्सा सहायता, 02 महिलाओं को पुलिस सहायता, 11 महिलाओं को अस्थायी आश्रय,
30 महिलाओं को मनोवैज्ञानिक सामाजिक परामर्श तथा 05 महिलाओं को अन्य प्रकार की सहायता वन स्टॉप सेंटर द्वारा प्रदान की गई है।
उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को जिला में जागरूकता शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिए ताकि पीड़ित परिवारों को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।
उपायुक्त ने बताया कि "वन स्टॉप सेंटर"  नजदीक जवाहर नवोदय विद्यालय सरोल में कार्यशील है। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए वन स्टॉप सेंटर- हेल्पलाइन नम्बर 01899-292792  पर सम्पर्क किया जा  सकता है।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रोबेशन अधिकारी ईशांत जसवाल, एसडीएम अरुण शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश चौधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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