हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति’ आरंभ करेगी नशा निवारण अभियान

हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति’ आरंभ करेगी नशा निवारण अभियान

अक्स न्यूज लाइन शिमला 20 मार्च  : 

हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति शीघ्र ही  नशे के खिलाफ एक बड़े  अभियान आरंभ करने जा रहा है ताकि युवाओं को इस बुराई से बचाया जा सके । जिस बारे  समिति ने अपने  राज्य कार्यालय में एक समीक्षा  बैठक की गई जिसमें प्रदेश विश्वविद्यालय और कॉलेज के प्रोफेसर, पूर्व प्रोफेसर, विभिन्न विभागों से सेवनिवृत अधिकारी, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्षेत्र से जुड़े लोगो ने  अपने बहुमूल्य विचार रखे।  

समिति के राज्य सचिव सत्यवान पुंडीर ने बताया कि अब तक 9 जिलों में इस विषय पर बैठकें आयोजित की जा चुकी है। इस बीच समिति की टीम नशा मुक्ति केंद्रों और पुनर्वास केंद्रों का दौरा भी कर चुकी है। उन्होने बताया कि आगामी 29 से 31 मार्च तक  समिति प्रदेशभर के लगभग 50 नेतृत्वकारी कार्यकर्ताओं के लिए मंडी में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन करने जा  रही है। तदोपरांत इस अभियान को धरातल पर उतारा जाएगा ।

 इस अवसर पर हिमाचल विश्वविद्यालय के इंटर डिस्सिप्लिनरि अध्ययन के मनोविज्ञान के प्रोफेसर डॉ रणधीर रांटा ने नशे से जुड़े तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि आज सिंथेटिक नशे से युवाओं में खतरा बहुत अधिक बढ़ गया है। जिससे युवाओं में हीन भावना बढ़ती जा रही है। अपने करियर के प्रति चिंतित आज का युवा तनावग्रस्त महसूस कर रहा है। सेंट बिड्ज कॉलेज के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ रवि भूषण ने कहा कि टिनेजर ग्रुप के बच्चों में उत्सुकता के कारण तथा नशे के दुष्प्रभावों से अनभिज्ञ होने के कारण गलत संगत से नशे की गिरफ्त मे फंस रहा है।

सेवानिवृत कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ रीना सिंह ने स्कूलों के माध्यम से उपयुक्त हस्तक्षेप करने की जरूरत पर बल देते हुुए कहा कि बच्चों के उचित मार्गदर्शन तथा इंनोवेटिव गतिविधियों के जरिये रचनात्मक कार्यों के प्रति अभिप्रेरित करना होगा।
बैठक में  हिमाचल विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग के प्रोफेसर नरेंद्र चौहान, रिटायर्ड अतिरिक्त चुनाव आयुक्त एल0 नेगी , रिटायर्ड वित नियंत्रक जगदीप पंवर, प्रो0 विजय कौशल, डाॅ0 बलदेव नेगी, डाॅ0 पीके अत्री, रिटायर्ड डीएफओ बीके कटेक, कल्याण अधिकारी, प्रधान सुमित्रा चंदेल, किसान सभा के राज्यधयक्ष डॉ कुलदीप सिंह तँवर,  ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष डाॅ0 ओम प्रकाश, उपाध्यक्ष जीयानंद शर्मा में अपने विचार सांझा किए ।