एक परिवार ने तानाशाही के लिए लगाया था आपातकाल : बिंदल
-19 महीने तक जारी तानाशाही
नाहन,25 जून: विधायक डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए हजारों लोगों ने बलिदान अपना दिया है। लेकि न 25 जून 1975 का वह काला दिन भुलाया नही जा सकता जब एक परिवार ने अपनी तानाशाही बरकरार रखने के लिए देश में आपातकाल लगाया था। गौर तलब है कि विधायक डा.राजीव बिंदल आपातकाल के दौरान उन लोगों में शामिल रहे जिनको जेल में जाना पड़ा था। बिंदल करनाल में करीब साढ़े चार तक जेल में रहे थे।
पत्रकार सम्मेलन में बोलते हुए विधायक राजीव बिंदल ने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी तानाशाही चलाने के लिए देश में आपातकाल लगाया और 19 महीने तक देश को जेल में तब्दील कर दिया था।
उन्होंने कहा कि उस समय देश में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि सरकार के खिलाफ कोई बोल नहीं सकता था और मीडिया पर भी पाबंदियां लगाई गई थी। आजादी के बाद आपातकाल अध्याय है। लेकिन इसका खमियाजा चुनाव में भुगतना पड़ा। बिंदल ने कहा कि आज हम इस सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि कभी एक परिवार या किसी व्यक्ति विशेष के लिए देश का लोकतंत्र खतरे में नहीं पडऩा चाहिए।