विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित
उपायुक्त ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि विधायक व सांसद निधि, मनरेगा के अन्तर्गत लम्बित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होनें कहा कि वह अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को पंचायतों के लम्बित कार्यों का निरीक्षण कर उनकी सूची तैयार करके उन्हें प्राथमिकता के आधार पर निपटाना सुनिश्चित करें। उन्होनें खण्ड विकास अधिकारियों से पंचायत में स्वीकृत धनराशि से विकास कार्यों को पूर्ण करके उपयोगिता प्रमाणपत्र कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि नवीन योजनाओं के लिए धनराशि स्वीकृत की जा सके।
उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत जिला के समस्त गांवों को ओडीएफ मॉडल बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम एक कूड़ा पृथ्थकरण हेतू शैड का निर्माण, सोखता गड्ढों का निर्माण, केंचुआ खाद के पिट तथा प्लास्टिक कचरे के लिए खण्ड स्तर पर एक प्लास्टिक कचरा संयंत्र लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि यदि गांव में किसी भी स्थान पर कूड़े का ढेर पाया जाता है तो इसका तुरंत निष्पादन करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी, धर्मपुर को निर्देश दिए कि वह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर धर्मपुर से जाबली के बीच उपयुक्त स्थल का चयन कर हिमईरा दुकान के लिए भूमि का चयन करें।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार यादव सहित जिला के सभी खण्ड विकास अधिकारी व अन्य वरिष्ठ कर्मचारी उपस्थित थे।