मुख्यमंत्री और बाद में देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के 20 वर्ष , सेवा , सुशासन और समर्पण के रहे अविनाश राय खन्ना
शिमला, भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि पहले गुजरात के मुख्यमंत्री और बाद में देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के 20 वर्ष , सेवा , सुशासन और समर्पण के रहे हैं ।
खन्ना ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में बताने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि देश की जनता उनके दर्शन , उनके समर्पण एवं उनके जीवन के हर पहलू से अवगत है । देश के हर व्यक्ति ने आदरणीय नरेन्द्र मोदी को अपनी - अपनी नजर से देखा है । किसी ने उन्हें एक समाजसेवक की रूप में देखा है तो किसी ने देश की सुरक्षा के प्रति कटिबद्ध एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाले मजबूत नेतृत्वकर्ता के रूप में किसी ने उन्हें भारतीय संस्कृति को विश्व में पहचान दिलाने वाले महान तपस्वी के रूप में देखा है तो किसी ने योग और भारत को सभी वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित करने वाले भारत माता के पुत्र में युवाओं को उनमें स्टार्ट - अप के लिए रास्ता दिखाने वाला मार्गदर्शक नजर आता है तो किसी को उनमें गरीबों को घर और उस घर में बिजली , पानी , गैस , शौचालय और आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने वाला गरीबों का उद्धारक दिखाई देता है । अविनाश राय खन्ना ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के सार्वजनिक जीवन के 50 साल उर्ध्व गति से सोचने वाले एक सच्चे राष्ट्रभक्त का जीवन रहा है । उनका जीवन स्व को छोड़ केवल और केवल दूसरों के बारे में सोचने वाला जीवन रहा है , उनका जीवन केवल और केवल भारत माता को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने वाला जीवन है । आदरणीय प्रधानमंत्री के जीवन को लोगों के बीच ले जाने की जरूरत इसलिए है कि उनके जीवन से हमें अनंत ऊर्जा , प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलता है । यदि देश के युवा उनके बताते रास्ते पर चल पड़ेंगे तो देश अपने आप समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर हो जाएगा ।
उन्होंने कहा कि कई लोग मुझसे कहते हैं कि नेरन्द्र भाई मोदी के देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में हर क्षेत्र में आमूल - चूल परिवर्तन आया । इसका कारण क्या है ? मेरा मानना है कि इसके बहुत से कारण हैं । आजादी के 70 साल बाद देश के गरीबों को पहली बार इस बात का अनुभव हुआ कि गरीबों का अस्तित्व भी इस देश में है और उनकी भी सुनी जाती है । उन्हें पहली बार अहसास हुआ कि केंद्र में गरीबों की चिंता करने वाली सरकार हैं । देश के लगभग 60 करोड़ लोगों के जीवन में उत्थान पिछले 8 वर्षों में नरेन्द्र मोदी की सरकार में हुआ है । आजादी के 70 साल बाद गरीबों को घर मिला , उन घरों में बिजली , पानी , गैस और शौचालय पहुंचा । पहले गरीबों के बारे में बात ज्यादा होती थी , काम कुछ भी नहीं होता था । नरेन्द्र मोदी सरकार में पहली बार गरीबों के जीवन में सार्थक परिवर्तन आया । कांग्रेस की सरकारों ने गरीबी हटाओ के नारे में लगाए , उनके नेताओं ने गरीबों के घर खाना भी खाया , इसके बल पर उन्होंने चुनाव भी जीते लेकिन गरीबी नहीं गई । गरीबों के जीवन स्तर को ऊपर उठाया तो आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्योंकि उन्होंने गरीबी को देखा है , गरीबी का अनुभव किया है और गरीबी को जीया है । उनके मन में शुरू से ही एक टीस थी कि जो दुःख मैंने अपने बाल्य काल में झेला , भारत का कोई बच्चा वह दुःख न झेले । खन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसे व्यक्तित्व हैं जो बुराई में से भी अच्छाई निकाल लेते हैं । वे एक आदर्शवादी नेता हैं । उनमें कार्यकर्ताओं के अच्छे गुणों को पहचानने की नैसर्गिक शक्ति है । वे बहुत अच्छे श्रोता हैं , ध्यान से सभी बातों को सुनते हैं और उनमें से अच्छी बातों को निकाल लेते हैं । ' राष्ट्र प्रथम उनके जीवन का मंत्र ही नहीं है बल्कि उन्होंने इसे अपने जीवन में उतारा है । नरेन्द्र मोदी एक उत्कृष्ट प्रशासक भी हैं । योजनाओं को लागू करने में उनके जितना आग्रही व्यक्ति नहीं देखा । लाभार्थियों के हक़ की एक - एक पाई उन्होंने लाभार्थियों के एकाउंट में पहुंचाने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर की पहल की । इसके लिए उन्होंने सबसे पहले जन - धन एकाउंट खोले । आदरणीय प्रधानमंत्री एक संवेदनशील व्यक्ति हैं । कोरोना के समय उनकी संवेदंशालता और समय के अनुसार साहसिक निर्णय लेने की शक्ति के बल पर भारत को स्वदेशी कोविड वैक्सीन का कवच मिला ।
खन्ना ने कहा कि कोविड की शुरुआत में दुनिया के बड़े - बड़े देशों को अपनी नहीं , भारत की चिंता थी कि भारत में कोरोना विकराल रूप धारण कर लेगा , काफी नुकसान होगा लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि और कोविड - प्रबंधन के बल पर आलम ऐसा हो गया कि वे भारत की सराहना करने को बाध्य हो गए और उन्हें अपनी चिंता सताने लगी । आदरणीय प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हम उन गिने - चुने देशों में शामिल हुए जिन्होंने अपना कोविड टीका विकसित किया था । अब तक सवा दो सौ करोड़ वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर किये जा चुके हैं । जहां दुनिया के कई देश अभी तक एक बार भी अपने नागरिकों को वैक्सीनेट नहीं कर पाए हैं , वहीं भारत अपने नागरिकों को तीसरा डोज दे रहा है । हमारी कोविन एप टेक्नोलॉजी को दुनिया के लगभग 170 देशों ने अंगीकार किया । ये बताता है कि जब देश का प्रधानमंत्री संवेदनशीलता से काम करता है , देश के एक - एक नागरिक की चिंता करता है । तो नतीजे कैसे आते हैं । खन्ना ने कहा कि 2014 से पहले देश में 10 साल तक एक ऐसी सरकार थी जिस पर 12 लाख करोड़ रुपये के घपले - घोटाले के आरोप थे । 2004 के बाद से 2014 के लोक सभा चुनाव तक पूरे देश में निराशा और हताशा का माहौल फ़ैल गया था और जनता के मन में मल्टी - पार्टी डेमोक्रेटिक पार्लियामेंट्री सिस्टम पर से भरोसा उठने लगा था । आंतरिक और बाह्य सुरक्षा दोनों खतरे में थी और अर्थव्यस्था के सारे मानदंड नीचे की ओर जा रहे थे । दुनिया में भारत का सम्मान भी दाव पर लग गया था । ऐसी स्थिति में देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी में अपना विश्वास देखा और भारतीय जनता पार्टी को अपना समर्थन देते हुए नरेन्द्र मोदी को देश के प्रधानमंत्री पद पर विराजमान किया । लेकिन पिछले 8 वर्षों में हमने परिवर्तन की नई कहानी देखी है । देश की जनता का विश्वास लोकतंत्र में और बढ़ा है । आदरणीय प्रधानमंत्री का सबसे बड़ा योगदान यह है कि उन्होंने देश के 135 करोड़ नागरिकों के मन में लोकतंत्र के प्रति आस्था को गहरा किया है ।
नरेन्द्र मोदी ने देश के लोकतंत्र के परिवारवाद , भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति को ख़त्म किया है । उन्होंने परिवारवाद की जगह सुशासन और विकासवाद को राजनीति का आधार स्तंभ बनाया है । भ्रष्टाचार को उन्होंने नेस्तोनाबूद किया है । विपक्ष भी हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा पाए हैं । आदरणीय प्रधानमंत्री ने वोटबैंक की राजनीति को भी समाप्त करने का महती कार्य किया है । इसकी जगह उन्होंने पॉलिटिक्स ऑफ़ परफॉरमेंस की राजनीति शुरू की है जिसके देश की जनता ने हाथों - हाथ लिया है । अब देश के नागरिकों को विश्वास हो चला है कि लोकतंत्र में अब जातिवाद , परिवारवाद , भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की तूती नहीं बोलती बल्कि जो परफॉर्म करता है , जनता उसी को चुनती है । आदरणीय प्रधानमंत्री ने सभी वर्गों को साथ लेकर सर्वस्पर्शी एवं सर्व समावेशी विकास का एक नया अभियान शुरू किया है । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व काल में दो बार देश के राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी चुनने का अवसर आया । पहली बार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भाजपा ने एक गरीब दलित के घर जन्म लेने वाले बेटे रामनाथ कोविंद को देश के राष्ट्रपति पद पर प्रतिष्ठित किया तो दूसरी बार जनजातियों में भी सबसे पिछड़ी जनजाति और गरीब घर की बेटी द्रौपदी मुर्मू को महामहिम द्रौपदी मुर्मू के सम्मान से नवाजा । देश को पहली बार आदिवासी महिला राष्ट्रपति मिला और उनका जीवन भी इतना सादा , सरल और सौम्य है कि हमें सहज ही गर्व की अनुभूति होती है । एक गरीब आदिवासी महिला का देश के राष्ट्रपति पद पर आसीन होना देश में बहुत बड़े परिवर्तन का संकेत है । छत्तीसगढ़ सहित समस्त देश के आदिवासी भाई बहन गर्व का अनुभव कर रहे हैं । आजादी के 75 साल तक आदिवासी समुदाय से किसी को भी देश के राष्ट्रपति पद को सुशोभित करने का अवसर नहीं मिला , यह अवसर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व काल में आया है । खन्ना ने आदरणीय नरेन्द्र मोदी की आदिवासी कल्याण की सोच पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि जब नरेन्द्र भाई मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे , तब उन्होंने वनबंधु कल्याण योजना शुरू की थी जो जनजातीय कल्याण की एक महत्वपूर्ण योजना थी । व्यक्ति का विकास , गाँव का विकास क्षेत्र का विकास और सुविधानों का विकास ये इस योजना के चार प्रमुख स्तंभ थे । संविधान ने जनजातीय लोगों के लिए विकास का जो वादा किया था , उसे सही मायनों में शुरुआत पहली बार गुजरात में आदरणीय नरेन्द्र भाई मोदी ने की थी ।
खन्ना ने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि जो देश रिसर्च एवं डेवलपमेंट नहीं करते , वे कभी भी विश्व में अपना स्थान मजबूत नहीं बना पाते । पहली बार भारत ने रिसर्च और डेवलपमेंट में इन्वेस्ट किया है । आदरणीय नरेन्द्र मोदी ने वर्षों बाद देश की मिट्टी की सुगंध से सुवासित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है जिसमें सभी भारतीय भाषाओं को महत्व दिया गया है । भारतीय भाषाओं का संरक्षण और संवर्धन बहुत जरूरी है । प्रधानमंत्री हर वैश्विक मंच से भारत की भाषाओं को सम्मान देते हैं । वे जब संयुक्त राष्ट्र की महासभा में हिंदी में बोलते हैं , तिरक्कुरल को कोट करते हैं तो हृदय आनंद से भर उठता है । जिस भारत की कल्पना आजादी के महान सेनानायकों ने की थी , वीर शहीदों ने की थी , उस महान भारत का निर्माण आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम अपनी आँखों के सामने बनता हुआ देख रहे हैं । हम सब इस महान परिवर्तन के गवाह हैं । आगे जब भी देश का इतिहास लिखा जाएगा तो 2001 से 2022 तक आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी 20 साल के सफ़र को स्वर्णाक्षरों में अंकित किया जाएगा ।