मीडिया की अनदेखी ठीक नहीं हरियाणा,छतीसगढ़ व तेलंगाना की तर्ज पर मीडिया को मिलनी चाहिए सुविधा: धनेश गौतम

मीडिया की अनदेखी ठीक नहीं हरियाणा,छतीसगढ़ व तेलंगाना की तर्ज पर मीडिया को मिलनी चाहिए सुविधा: धनेश गौतम

अक़्स न्यूज लाइन,कुल्लु -- 18 फरवरी 

प्रेस क्लब कुल्लू के प्रधान एवं नॉर्थ इंडिया पत्रकार एसोसिएशन के राज्य अध्यक्ष धनेश गौतम ने कहा है कि सुक्खू सरकार ने बजट में मीडिया को छोड़कर प्रदेश के हर वर्ग का ख्याल रखा है लेकिन मीडिया को इस बार भी भूल गए हैं जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि मीडिया को व्यवस्था परिवर्तन बाली सरकार से काफी आशाएं थी कि इस सरकार में मीडिया की व्यवस्था भी बदलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिस कारण पूरे प्रदेश के मीडिया सदस्यों में निराशा छा गई है। उन्होंने उम्मीद की है कि हो सकता है कि भविष्य में मीडिया के प्रति सरकार संवेदनशील हो लेकिन शुरुआती दौर में तो सरकार से निराशा ही मिली है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश छोटा सा राज्य हैं और यहां के मीडिया जगत पूरे विश्व में प्रसिद्ध है लेकिन अभी तक सुविधा के नाम पर कुछ खास नहीं हुआ है।

धनेश गौतम सहित जिला के सभी तमाम पदाधिकारियों ने हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग की है कि हिमाचल सरकार प्रदेश में कठिन भौगोलिक स्थिति को देखते हुए हरियाणा,छतीसगढ़ व तेलंगाना की तर्ज पर मीडिया पॉलिसी बनाएं ताकि मीडिया कर्मियों को भी अपने क्षेत्र में काम करने में रुचि पैदा हो सके। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में 20 वर्ष तक मीडिया में काम करने बाले पत्रकार को पेंशन दी जाती है इसके अलावा अन्य कई सुविधाएं दी जाती है। यही नहीं नए पत्रकारों को भी बहुत सारी सुविधाएं प्रदान करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि
 

इसके अलावा बीमारी की स्थिति में मेडिकल बिलों का भुगतान व अन्य सुविधाएं भी सरकार की तरफ से दी जाती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार को भी मीडिया के लिए नीति बनानी चाहिए और कुछ सुविधाएं शुरू की जानी चाहिए।

एक करोड़ के बजट का कोई पता नहीं:  प्रेस क्लब कुल्लू के प्रधान धनेश गौतम ने कहा कि वीरभद्र सरकार के दौरान प्रेस क्लब भवन निर्माण व रखरखाव के लिए सालाना एक करोड़ के बजट का प्रावधान रखा गया था लेकिन पिछले चार-पांच वर्षों से इस बजट का कोई अतापता नहीं है और न ही यह धन प्रेस क्लब निर्माण के लिए मिल रहा है और न ही रखरखाव के लिए। इस पर सुक्खू सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने इस बजट से एक बार पत्रकारों को लैपटॉप दिए थे लेकिन उसके बाद अन्य कोई सुविधा नहीं।

बजट के अभाव में लटके हैं प्रेस क्लब भवनों के निर्माण: उन्होंने कहा कि बजट के आभाव में प्रेस क्लब भवनों के निर्माण कार्य लटके हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रेस क्लब भवन निर्माण व रखरखाव के बजट को बहाल कर देना चाहिए।