पीएम का हिमाचल दूसरा घर, गहरा नाता रहा है......भरपूर आर्थिक सहायता की आशा.... बोले मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान
अक्स न्यूज लाइन ..शिमला, 13 जुलाई - 2023
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं और उनका हिमाचल से गहरा नाता रहा है इसलिए प्रदेश सरकार और हिमाचल के लोग उनसे भरपूर आर्थिक सहायता की आशा है। विपक्ष के नेताओं से भी अपील की कि वे केन्द्र सरकार से इस मामले को उठाएं ताकि लोगों के पुनर्वास और क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों और पेयजल योजनाओं की भरपाई के लिए प्रदेश को अधिकाधिक सहायता प्राप्त हो सके।
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान नेआज यहां कहा कि प्रदेश में भारी बारिश के कारण प्रदेश में अत्यधिक नुकसान हुआ है जिसमें लोगों के जानमाल की क्षति हुई । इस प्राकृतिक आपदा के कारण सड़कों, पुलों और लोगों की निजी सम्पति को 4000 करोड़ रूपये से भी अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में पीएम मोदी व कें द्र सरकार जल्द से जल्द से मदद क रनी चाहिए।
आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस स्थिति को खुद भी बहुत ज्यादा चिन्तित एवं गम्भीर हैं और वे स्वंय प्रभावित क्षेत्रों में जाकर राहत कार्यों का निरीक्षण एंव उनका जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री पिछले चार दिन से मण्डी, कुल्लू और मनाली में डटे हुए हैं और राहत शिविरों में लाकर प्रभावित लोगों से मिल कर उन्हें हर सम्भव सहायता का आश्वासन भी दे रहे है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी तथा मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं।
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री को दूरभाष कर उनसे हालात का जायजा लिया है और संकट की इस घड़ी में केन्द्र सरकार को हर सम्भव मदद देने का भी आश्वासन दिया है। एन.डी.आर.एफ. की टीमें भी रैस्कयु ऑपरेशन के लिए तैनात की गई हैं। मीडिया सलाहकार ने कहा कि कुल्लू और मनाली में काफी पर्यटकफंसे हुए हैं। युद्ध स्तर पर कार्य करने के कड़े निर्देश दिए हैं। प्रदेश में जहां जहां भी भारी बारिश और बादल फ टने की घटनाएं हुई और वहां सारी मशीनरी राहत कार्यों में जुटी हुई है। चन्द्रताल में लगभग 300 पर्यटक फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया किआज प्रात: राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के माध्यम से मुख्यमंत्री को सूचना मिली
कि 18 घण्टे की कड़ी मश्क्कत केबाद वे चन्द्रताल तक पहुॅच गए हैं और 42 लोगों को रैस्कयु किया गया है जिन्हें किन्नौर के रास्ते सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। बी.आर.ओ. की टीम भी राहत कार्यों में जुटी हुई है।उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण सड़कें टूटीहैं और संचार व्यवस्था पूरी तरह ठप्प पड़ गई है। कुल्लू, मनाली और फं से 10 हजार लोगों को भी निकालने के भी प्रयास किए जा रहे हैं जिन्हें सुरक्षित उनके घरों तक पहुॅचाया जाएगा।