नौं मई से माता मांत्रा देवी दुधाधारी देवी के तीन दिवसीय मेले का आयोजन

नौं मई से माता मांत्रा देवी दुधाधारी देवी के तीन दिवसीय मेले का आयोजन

अक़्स न्यूज लाइन, नाहन -- 08 मई 
जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन से लगभग तेरह किसी दूर खजूरना -सुकेती -
कालाअम्ब लिंक रोड पर स्थित बिक्रम बाग़ पंचायत के पीपल वाला में नौं मई से माता मांत्रा देवी दुधाधारी देवी के तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है।
 

यह जानकारी मन्दिर कमेटी के प्रधान अशोक धीमान ने देते हुए कहा कि नौं मई को रात्रि जागरण तथा विशाल भण्डारे का आयोजन,दस मई को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर सुबह हवन के साथ विशाल भण्डारा आयोजित किया जाएगा। रात्रि को धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मेले के तीसरे दिन शाम तीन बजे से विशाल दंगल होगा जिसमें दूर -दूर से पहलवान अपना जौहर दिखाएंगे।शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मेले का समापन होगा। कमेटी के महामंत्री श्री रोहित शर्मा ने सभी ग्राम वासियों से मेले के सफल आयोजन में सहयोग करने की अपील की।

गौरतलब है कि मां मांत्रा देवी को देवताओं द्वारा मंत्रों की शक्ति द्वारा लगभग पचास हजार वर्ष पूर्व प्रकट किया  था। भगवान विष्णु सिन्धु बन के शिवालिक पहाड़ियों के आंचल में स्थित आदि बद्री में तपस्या में लीन हो गए थे।नारद मुनि की प्रेरणा से मां महालक्ष्मी वहां पहुंची तथा भगवान नारायण को तपोलीन देख बदरी के पेड़ के रूप में स्थित हो भगवान को छाया करने लगी। भगवान के तपस्या से जागृत होने पर देवताओं द्वारा मंत्रों से इस देवी को प्रकट किया गया। इसका मूल मन्दिर आदि बद्री के निकट शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित है जहां से दशकों पूर्व इसकी एक पिण्डी को यहां लाया गया था।
यह देवी मां महालक्ष्मी का ही एक रूप है। मार्कण्डेय पुराण के अन्तर्गत श्री दुर्गा सप्तशती के मध्यम चरित्र में दूसरे-तीसरे तथा चौथे अध्याय में महालक्ष्मी स्तुति का वर्णन मिलता है।