डिजास्टर में डीसी ने स्कुलों में की छुट्टी, जब आदेशों पर क्लेरिफिकेशन मांगी तो सरकार शिक्षकों को 9 किस्म के गिना दिये काम.. अब आना होगा स्कूल..

अक्स न्यूज लाइन नाहन 03 जुलाई :
सूबे में होने आपदा के दौरान अगर सम्बंधित जिलों के डीसी डिजास्टर प्रोविशन एक्ट में स्कूलों को बंद करने के आदेश देते हैं तो अब सुरक्षा की दृष्टि से नोनिहाल तो घर पर रहंगे लेकिन शिक्षक डिजास्टर के दौरान स्कूलों का रुख करेंगे।
सरकार के भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीसी के आदेशों में जिन जिलों में रेड अलर्ट के दौरान स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया उन आदेशों में टीचिंग- नॉन टीचिंग स्टाफ़ को भी छुट्टी थी क्योंकि डिजास्टर में स्कूल बंद है छात्र घर पर, ऐसे में शिक्षक कैसे नदी नाले पार करके आएंगे। जान तो स्कुलों में स्टाफ की भी बहुमूल्य है।
काबिले ज़िक्र है कि स्कूल ने ऐसे आदेश क्यों जारी किए है इसका कारण भी ख़ुद शिक्षक वर्ग व शिक्षा विभाग के जिलों में बैठे अधिकारी ही है। अक्सर ऐसा होता आया है कि सरकारी व जिला प्रशासन के आदेशों को सीधे सीधे लागू करने की बजाय ज्यादातर मामलों में क्लेरिफिकेशन लेने की आदत बनी है।
ऐसे में काम समय पर नही होता और आदेश लटके रहते हैं। हाल ही में जब खराब मौसम के कारण रेड अलर्ट जारी हुआ तो डीसी ने स्कुलों में छुट्टी कर दी। अब स्कूल प्रबंधन, शिक्षक डीसी के आदेशों पर सवाल जवाब करने लगे। फिर क्लेरिसिकेशन मांगी गई सरकार ने डिजास्टर के दौरान शिक्षकों को छुट्टी देने की बजाए स्कुल के 8 काम करने के लिखित आदेश थमा दिये।
अब क्लेरिफिकेशन मांगने वाले सोच रहे हैं अच्छा था सीधे आदेश मान लेते कम से कम डिजास्टर में घर मे तो रहते..