मुख्यमंत्री ने ‘नशा मुक्त इंदौरा’ जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
उन्होंने युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया और इस मिशन में जागरूकता अभियान की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के बारे में शिक्षित करने और मादक पदार्थों के सेवन के खिलाफ लड़ाई में समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति नशे की बुराई के खिलाफ मजबूती से खड़ा हो जाए तो इस खतरे को खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नशा मुक्ति और पुनर्वास के लिए राज्य स्तरीय सलाहकार बोर्ड का गठन कर रही है। इस बोर्ड का उद्देश्य मादक पदार्थों के दुरुपयोग से संबंधित विभिन्न विभागों की गतिविधियों को सुव्यवस्थित करना है ताकि इस बुराई से निपटने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि बोर्ड विभिन्न विभागों की गतिविधियों के बीच समन्वय को बढ़ावा देगा जिसके सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने इंदौरा में 4.32 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित लोक निर्माण विभाग के मण्डल कार्यालय भवन तथा ठाकुरद्वारा पराल से भोगरवान सड़क पर ख्वाजी खड्ड पर 7.72 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पुल का उद्घाटन किया। उन्होंने अग्निशमन चौकी इंदौरा का लोकार्पण और अग्निशामक वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने इंदौरा में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित मण्डल कार्यालय भवन की आधारशिला रखी, जिसका निर्माण कार्य एक वर्ष में पूर्ण होगा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल (डा.) धनीराम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, विधायक मलेंद्र राजन, हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष विशाल चंबियाल, पूर्व विधायक अजय महाजन, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक अशोक रतन और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।