मोदी सरकार ने पूंजीपतियों के आगे नतमस्त: सीटू

मोदी सरकार ने पूंजीपतियों के आगे नतमस्त: सीटू

 अक्स न्यूज लाइन ..नाहन 26 मार्च 2023
मोदी सरकार के वर्ष 2014 में सत्ता में  आने के बाद केंद्र सरकार द्वारा  देश के मजदूर किसान तबके पर लगातार हमले किये जा रहे है।  सीटू जिला सिरमौर कमेटी जिला अध्यक्ष लाल सिंह व जिला महासचिव आशीष कुमार ने जारी एक बयान में आरोप लगाया कि विभिन्न क्षेत्रों मे काम कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ  नीतियां बनाई जा रही है। आज जिस तरह से सार्वजनिक क्षेत्र को जिस तरह कोडिय़ों के भाव अडानी-अंबानी को बेच रही है। इससे स्पष्ट हो गया है की मोदी सरकार ने पूंजीपतियों के आगे नतमस्त हो गई है। पिछले आठ वर्षों से मोदी सरकार में हमारी अर्थव्यवस्था और कड़ी मेहनत से हासिल की गई खाद्य सुरक्षा, लोकतांत्रिक राजनैतिक व्यवस्था,  संवैधानिक अधिकार, संसदीय मानदंड न्यायिक व्यवस्था सभी गंभीर हमलों की जद में है। उन्होने पिछले 8 वर्षों मे 1 लाख से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। दिहाड़ी मजदूरों की हत्याओं में भी वृद्धि हुई है। वर्ष 2019 में इनकी संख्या 3200 से बढ़ कर 42000 से भी अधिक हो गई है। 
आशीषर कु मार ने कहा कि आज देश मे कृषि संकट से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की कमी हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार 20से 24 वर्ष के युवाओं के बीच बेरोजगारी की दर 42 फ ीसदी है। मोदी शासन मे स्थाई नौकरियां खत्म हुई है। रोजगार  में पार्ट टाइम,आउटसोर्स, ठेकेदारी व्यवस्था को कानूनी मान्यता मिली है। मोदी सरकार काम के घंटो को बढ़ाना चाहती है। सामाजिक सुरक्षा को खत्म करने के लगातार हमले किये जा रहे।  है। सीटू जिला महसचिव ने बताया मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी 600 रुपए प्रतिमाह और 200 दिन का रोजगार की मांग  ी गई है। आंगनबाडी वर्कर्ज और हेल्पर,मिड डे मील वर्कर की मांगो के लिए 5 अप्रैल को  जिला सिरमौर से लगभग 500 केकरीब किसान मजदूर संसद मार्च में भाग लेंगे।