श्रावण अष्टमी नवरात्रि मेला में अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाईटेक ड्रोन से होगी निगरानी. लंगर लगाने के लिए ऑनलाइन करना होगा आवेदन,

श्रावण अष्टमी नवरात्रि मेला में अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाईटेक ड्रोन से होगी निगरानी. लंगर लगाने के लिए ऑनलाइन करना होगा आवेदन,

  अक़्स न्यूज लाइन, बिलासपुर --11 जुलाई  

उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री  नैना देवी मंदिर में 5 से 14 अगस्त 2024 तक श्रावण अष्टमी मेले का आयोजन किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक की अध्यक्षता में वीरवार को बचत भवन में बैठक का आयोजन किया गया बैठक में सभी सरकारी और गैर सरकारी सदस्यों उपस्थित रहे।

उन्होंने बताया कि श्रावण अष्टमी मेले के दौरान एडीसी  बिलासपुर  को मेला अधिकारी, एसडीएम नैना देवी को सहायक मेला अधिकारी जबकि एएसपी  को पुलिस मेला अधिकारी तथा डीएसपी  को सहायक पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।

उपायुक्त ने कहा कि मेले के दौरान माता श्री नैना देवी जी का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए चौबीसों घंटे खुला रहेगा । साफ-सफाई के लिए रात्रि के दौरान मंदिर को केवल एक घंटे के लिए बंद किया जाएगा। दोपहर को मां के श्रृंगार व भोग इत्यादि के लिए भी मंदिर कुछ समय के लिए बंद रहेगा।
श्रावण अष्टमी मेले के दौरान लंगर लगाने की  अनुमति के लिए shrinainadevi.com पर आवेदन करना होगा। आयोजक को लंगर की समाप्ति के बाद साफ-सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी।
उपायुक्त ने बताया कि मेले के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को 18 सेक्टरों में बांटा जाएगा। सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में पुलिस व होमगार्ड के जवानों सहित त्वरित कार्य बल की टीमें तैनात रहेंगी। वहीं कानून व्यवस्था को चाक चौबंद रखने तथा आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए के लिए पुलिस का कमांडो दस्ता भी गठित किया जाएगा। सभी एक्टरों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी।

किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाईटेक ड्रोन से निगरानी होगी। इसके अतिरिक्त 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे  सहित बस स्टैंड से लेकर माता मंदिर परिसर तक तीन हाईटेक एलईडी स्क्रीन स्थापित किए गए हैं जिसमें माता के दर्शन के साथ-साथ श्रद्धालुओं के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ध्वनि प्रसार सेवा उपकरण भी स्थापित किया गया है।
उन्होंने बताया श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आगमन हॉल बनाया गया है जिसमें एक साथ 1000 श्रद्धालु आराम कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि पहली बार आगमन हाल से ही माता के दर्शन के लिए 150 से लेकर 200 तक श्रद्धालुओं के  जत्थे को रवाना किया जाएगा। ताकि भीड़ को नियंत्रित करने में भी आसानी हो सके।
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए  शौचालय की नियमित सफाई हो।
मेले में श्रद्धालुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए विभिन्न स्थानों पर एलोपैथिक तथा आयुर्वेदिक कैंप स्थापित किए जाएंगे। किसी भी आपदा अथवा आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिए अग्निशमन वाहन तैनात रहेंगे।
उपायुक्त ने मेला अवधि के दौरान श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की उचित सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों की व्यवस्था को भी दुरूस्त करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने विद्युत विभाग को मेलावधि के दौरान विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के लिए विद्युत लाइनों का आवश्यक रखरखाव करना सुनिश्चित करने को कहा ताकि मेले के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा मेले के दौरान अस्थाई रूप से अतिरिक्त स्ट्रीट लाईटें भी लगाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ, निधि पटेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चौधरी, एसडीएम नैना देवी धर्मपाल सहित सभी संबंधित अधिकारी और गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे।