अक्स न्यूज लाइन केलांग 28 जून :
जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के मुख्यालय केलांग में भारतीय मानक ब्यूरो के परवाणू शाखा कार्यालय चंडीगढ़ द्वारा जिला स्तरीय अधिकारियों के लिए संवेदीकरण को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई । कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त लाहुल स्पीति राहुल कुमार ने की।
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस)के परवाणू कार्यालय के माध्यम से आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य मानक निर्माण की बेहतर समझ और गहरी पहुँच विकसित करना, भारतीय मानकों का उपयोग करना और सरकारी अधिकारियों द्वारा आईएसआई मार्क वाले उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देना था।
उपायुक्त राहुल कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते कहा कि विकास के लिए मानकीकरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दौरान उन्होंने बीआईएस केयर ऐप और वस्तुओं के मानकीकरण, अंकन और गुणवत्ता प्रमाणन की गतिविधियों के विकास के लिए बीआईएस द्वारा की गई अन्य पहलों की सराहना की।
परवाणू शाखा कार्यालय के निदेशक सुभाष चंदर नाइक ने प्रतिभागियों को बीआईएस के कामकाज से अवगत करवाते हुए कहा कि बीआईएस देश के गुणवत्ता पारिस्थितिकी तंत्र का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और मानकों और विभिन्न अनुरूपता मूल्यांकन योजनाओं के निर्माण के माध्यम से उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और विश्वसनीयता को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है।
बीआईएस प्रमाणन का मतलब गुणवत्ता, सुरक्षा और उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की विश्वसनीयता की तीसरे पक्ष की गारंटी प्रदान करना है। ।
इस अवसर सहायक निदेशक गोरेनंद यादव ने विभाग के विशिष्ट मानकों, मानक निर्माण, उत्पाद प्रमाणन, हॉलमार्किंग और अनिवार्य पंजीकरण योजना पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बीआईएस के नॉ योर स्टैण्डर्ड (Know Your Standards)पोर्टल का प्रदर्शन किया, जिसके माध्यम से मानकों को आसानी से खोजा जा सकता है और नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने आईएसआई चिन्हित उत्पादों और हॉलमार्क वाले आभूषणों की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए उदाहरण के माध्यम से मानक ऑन लाइन पोर्टल और बीआईएस केयर ऐप की भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी । उन्होंने बीआईएस मानक चिह्न के दुरुपयोग और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के उल्लंघन के लिए बीआईएस अधिनियम 2016 के तहत दंडात्मक प्रावधानों, बीआईएस प्रमाणित उत्पादों से संबंधित शिकायतों के निवारण के लिए तंत्र और उपभोक्ताओं को मुआवजे के प्रावधान के बारे में भी बताया।उन्होंने ग्राहकों के लिए गुणवत्तापूर्ण उत्पाद लाने के लिए बीआईएस की विभिन्न पहलों पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का लक्ष्य और उद्देश्य जिला स्तर पर विभागाध्यक्षों को भारतीय मानकों, घटिया उत्पादों की जांच के लिए गुणवत्ता मानकों, बीआईएस प्रमाणित उत्पादों की खरीद की सुविधा और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के बारे में जागरूक करना है, जो बीआईएस मानक चिह्न के अनिवार्य उपयोग के आदेश हैं। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल रहे।
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों
ने कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम विभाग स्तर पर भी आयोजित किये जाने चाहिए। उन्होंने जमीनी स्तर से शुरू होने वाले जनशक्ति के प्रशिक्षण के महत्व पर भी जोर दिया क्योंकि हमारे देश को एक विकसित अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित करने के लिए खुद को नई प्रौद्योगिकियों से परिचित कराना आज समय की मांग है। उन्होंने ने अधिकारियों से सार्वजनिक आउटरीच कार्यक्रमों के दौरान जनता के बीच जागरूकता फैलाने का भी आग्रह किया।