गारंटियों पर सवाल खड़ा करने की बजाए जयराम सरकार पांच साल का अपना रिपोर्ट कार्ड जनता को दे- कांग्रेस
राजस्थान और छतीसगढ़ में वादे पूरे किए हिमाचल में भी करेंगे
2 सितंबर, शिमला। प्रदेश की जनता को दी गई दस गारंटियों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा नेताओं द्वारा
सवाल उठाए जाने पर कांग्रेस ने उनको आड़े हाथों लिया है। एआईसीसी मीडिया और प्रचार विभाग के
चैयरमेन पवन खेड़ा और एआईसीसी सोशल मीडिया की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनिते ने शिमला में एक
संयुक्त प्रैस कांफ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पांच साल की सरकार की अपनी सरकार का
लेखा जोखा और हिसाब किताब देने की बजाए कांग्रेस की गारंटियों पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने
कहा कि जयराम सरकार को जनता को यह हिसाब किताब देना चाहिए उन्होंने बीते पांच सालों में
हिमाचल में क्या किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर आगे अपना लेखा जोखा देगी,
अभी जयराम सरकार को भी अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड जनता को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि
दरअसल जयराम सरकार के पास अपनी सरकार की कोई उपलब्धियां नहीं, इसलिए वे इधर उधर की
बातें कह कर लोगों का ध्यान बांट रहे हैं।
राजस्थान और छतीसगढ़ में सरकार बनने के चार घंटे के भीतर ही पूरे किए वादे
पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस जो कहती है उसको पूरा भी करती है। उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते
हुए कहा कि कांग्रेस जुमलों की पार्टी नहीं है जो कि लोगों से चुनावों के दौरान झूठे वादे कर बाद में
खुद ही इसके नेता कह देते हैं कि ये वादे नहीं जुमले थे। कांग्रेस का रिकार्ड रहा है कि जो वादे
जनता से किए हैं उनको पूरा भी किया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले राजस्थान और छतीसगढ़ में
चुनावों के दौरान लोगों के किए गए वादों को उनकी पार्टी की सरकारों ने पूरा किया है। इन जगह
सरकारें के शपथ लेने के चार घंटों के भीतर ही किसानों के कर्ज माफ करने के वादों को पूरा किया।
अन्य वादे भी जनता के पूरे किए हैं, यह पूरा देश जानता है।
जनता के समक्ष जयराम सरकार की नाकामयाबियों को उठाना कांग्रेस का फर्ज
पवन खेड़ा ने कहा कि हिमाचल में अभी कांग्रेस विपक्ष में है, और ऐसे में उसका फर्ज है कि जयराम
सरकार की नाकामयाबियों को उठाया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी और राज्य की भाजपा
सरकार ने जनता को लूटा है। बेरोजगारी, मंहगाई से देश और प्रदेश की जनता त्रस्त है। किसानों-
बागवानों की हालात भी इस दौरान बदतर हुई है। यही वजह है कि कांग्रेस लोगों के दुख दर्द को
समझते हुए उनके लिए काम करेगी। हिमाचल में भी दस गारंटियां लोगों को दी गई हैं। उन्होंने साफ
कहा कि ये वादे नहीं, लोगों को कांग्रेस को दी गारंटी है जिनको सरकार बनने पर पूरा किया जाएगा।
हिमाचल में दिखता है सिर्फ कांग्रेस की सरकारों का काम
पवन खेड़ा ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकारों को ही काम चारों ओर दिखता है। डा. परमार
से लेकर स्व. वीरभद्र सिंह की कांग्रेस सरकारों ने हिमाचल को देश के अग्रणी राज्यों की पंक्ति में
खड़ा किया है। भाजपा सरकार ने कोई भी काम नहीं किया।
अर्थशास्त्रियों से विचार विमर्श कर लाए हैं गारंटी
एक सवाल के जवाब में पवन खेड़ा ने कहा कि हिमाचल में जो भी गारंटी के रूप में वादे किए गए
हैं, उनको लेकर व्यापक स्तर पर मंथन किया गया है। अर्थशास्त्रियों के साथ हाईकमान ने इनको
लेकर व्यापक विचार विमर्श किया है और इसके बाद ही लोगों से ये वादे किए गए हैं।
कांग्रेस ने हर वर्ग को दी है गारंटी
सुप्रिया श्रीनिते ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस ने हर वर्ग को राहत देने के लिए उनको गारंटी दी है।
बेरोजगारी कम करने और युवाओं को रोजगार देने के लिए बड़े कदम उठाने की वादा किया है। इसके
साथ ही महिलाओं, बागवानों और पेंशनरों और कर्मचारियों के हित्तों को भी ध्यान में रखा गया है।
कांग्रेस का काम दिखता है
सुप्रिया श्रीनिते ने कहा कि कांग्रेस का काम दिखता है और हिमाचल में भी हर वादे को पूरा पार्टी
करेगी। उन्होंने बीजेपी को झूठी पार्टी बताते हुए कहा कि वह कहती कुछ है और करती कुछ और है।
उन्होंने कहा कि बीते कल ही बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व रोजगार पर अपना बखान कर रहा था और
ताजा आई एक रिपोर्ड ने उसकी पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि इसमें साफ कहा गया है कि देश
में बेरोजगारी आज तक के अपने सारे रिकार्ड तोड़ गई है।
केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना को हिमाचल के लोगों के साथ धोखा करार देते हुए सुप्रिया ने कहा
कि इसका असर हिमाचल में सबसे ज्यादा दिखा है। हिमाचल से सेना में जाने वाले युवाओं की संख्या
अन्यों के मुकाबले कहीं अधिक है। लेकिन मोदी सरकार चार साल की अग्निवीर योजना लाकर इन
युवाओं को 23 साल में रिटायर करने पर तुली हुई है। चार साल के ठेके के बाद इन युवाओं को
सड़कों पर बेरोजगार होकर घूमना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लिए यह अस्मिता का सवाल
है।
इस मौके पर हिमाचल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, एआईसी प्रवक्ता अल्का लांबा, एआईसीसी के
प्रवक्ता कुलदीप राठौर, आनंद माधव, आलोक शर्मा, विंग कमांडर अनुमा आचार्य, हिमाचल मीडिया
विभाग के चैयरमैन नरेश चौहान, महिला अध्यक्ष जैनब चंदेल समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।