जनहित के मुद्दों को सामने लाने में प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका - उपायुक्त
सम्मेलन में ‘प्रेस का बदलता स्वरूप’ विषय पर चर्चा की गई, जिसमें जिले के पत्रकारों ने अपने अनुभव साझा किए। उपायुक्त ने सभी पत्रकारों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं देते हुए समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मीडिया समाज के अनेक छुपे हुए पहलुओं को उजागर करता है और समाज की उन्नति में अपनी निष्पक्ष भूमिका निभाता है। उन्होंने समाज के प्रति सबके साझे कर्तव्य पर जोर देते हुए व्यापक जनहति में साथ मिलकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।
हर तीन महीने में होगा ‘परिचर्चा-संवाद सत्र’
उपायुक्त ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, जो सजग, निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से सत्य को जनता के समक्ष प्रस्तुत करता है। प्रशासन और मीडिया के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने के लिए ऊना में हर तीन महीने में ‘परिचर्चा-संवाद सत्र’ आयोजित किया जाएगा। इस सत्र में सामयिक मुद्दों पर चर्चा होगी, जिससे प्रशासन को फीडबैक प्राप्त होगा और सुधारात्मक कदम उठाना सुगम होगा।
सामाजिक जागरूकता बढ़ाने में भूमिका
उपायुक्त ने कहा कि जन सेवाओं की समयबद्ध उपलब्धता सुनिश्चित करने और समाज के हर जरूरतमंद व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने युवाओं को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने को प्रेरित करने और सामाजिक जागरूकता बढ़ाने में भी मीडिया से सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया।
उपायुक्त ने ऊना जिले को समृद्धशाली और सुशासन का आदर्श बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों पर बल देते हुए कहा कि प्रशासन और समाज को मिलकर काम करना चाहिए। यदि किसी के आसपास कोई गलत गतिविधि होती है, तो उसकी सूचना प्रशासन को दें। उन्होंने मीडिया की सामाजिक विकास मेें सकारात्मक भूमिका को रेखांकित किया।
उन्होंने युवाओं को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने को प्रोत्साहित करने में मीडिया की भूमिका आग्रह किया। उन्होंने ऊना जिला को समृद्धशाली तथा सुशासन का आदर्श बनाने के लिए सामुहिक प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समग्र विकास के लिए आवश्यक है कि सभी वर्ग साथ जुड़कर काम करें। आपके आसपास कुछ गलत हो तो उसकी जानकारी प्रशासन को दें।
परिचर्चा में पत्रकारों ने रखी अपनी बात
जिला स्तरीय सम्मेलन में ‘प्रेस का बदलता स्वरूप’ विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ और युवा पत्रकारों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बदलते समय में पत्रकारिता के महत्व, चुनौतियों और जिम्मेदारियों पर विचार व्यक्त किए।
इस मौके प्रेस क्लब ऊना के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के आयोजन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय प्रेस परिषद ने 16 नवंबर 1966 को विधिवत अपना काम शुरू किया था, इसी उपलक्ष्य पर हर साल ये दिन मनाया जाता है। प्रेस दिवस निष्पक्ष व स्वतंत्र प्रेस मीडिया के संकल्प को मजबूती देने का अवसर है।
प्रेस क्लब के महासचिव जितेंद्र कंवर ने पत्रकारिता के मूल्यों के संरक्षण पर जोर दिया साथ ही पत्रकारों की मजबूरियों व कठिनाइयों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद भी मीडिया अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ करता रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार जसबीर ठाकुर ने कहा कि समय के साथ बदलाव स्वाभाविक है। पत्रकारिता के क्षेत्र में यह बदलाव और भी आवश्यक हो जाता है, लेकिन इस बदलते स्वरूप में तथ्यपूर्ण और सटीक समाचारों को समाज तक पहुंचाना सर्वाेपरि होना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार किशोरी लाल बैंस ने इस बात पर जोर दिया कि मीडिया को अपने नैतिक मूल्यों के प्रति सजग रहना होगा।
वरिष्ठ पत्रकार जीवन शर्मा ने तथ्य आधारित पत्रकारिता की जरूरत पर चर्चा करते हुए कहा कि पत्रकारों को बदलते समय की चुनौतियों का सामना करते हुए अपने सिद्धांतों पर अडिग रहना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार रणधीर जसवाल ने तेजी से बदलते मीडिया परिदृश्य में निष्पक्ष, तथ्यपूर्ण और सटीक समाचारों का आदान-प्रदान सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। वरिष्ठ पत्रकार राजन चब्बा ने समाज निर्माण में पत्रकारों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि पत्रकार न केवल समाज को दिशा देने का काम करते हैं, बल्कि उसकी जागरूकता को भी बढ़ावा देते हैं। वरिष्ठ पत्रकार राजेश ठाकुर ने पत्रकारिता में पेशेवर चुनौतियों और मीडिया साक्षरता पर अपने विचार रखे, साथ ही नई तकनीकों के बढ़ते प्रभाव के बीच पत्रकारों को अपनी गरिमा बनाए रखने पर जोर दिया।
प्रेस क्लब बंगाणा के अजय कुमार ने डिजिटल तकनीकों और इंटरनेट के प्रभाव के कारण पत्रकारिता में आए बदलावों पर चर्चा की। वरिष्ठ पत्रकार सुशील शर्मा ने पत्रकारों से समाज की अपेक्षाओं को रेखांकित किया। वरिष्ठ पत्रकार हरपाल सिंह ने पत्रकारिता में आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनसे निपटने के लिए पत्रकारों के बीच आपसी एकता आवश्यक है। वरिष्ठ पत्रकार संदीप खड़वाल ने ‘छोटे शहर का पत्रकार’ शीर्षक से एक कविता प्रस्तुत कर छोटे शहरों में पत्रकारिता की मुश्किलों को दर्शाया। बंगाणा प्रेस क्लब के जोगिंदर देव आर्य ने पत्रकारिता में निष्पक्षता और सिद्धांतों की गरिमा बनाए रखने की आवश्यकता को महत्वपूर्ण बताया।
युवा पत्रकारों ने भी इस परिचर्चा में अपनी बात रखी। युवा पत्रकार अभिषेक ने डिजिटल मीडिया के लिए व्यापक नीति की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने डिजिटल मीडिया में तेजी से हो रहे बदलाव के लिए एक ठोस रणनीति बनाने का सुझाव दिया। युवा पत्रकार विकास कुमार ने मीडिया में सही मुद्दों को पर्याप्त स्थान न मिलने पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी से अपनी जिम्मेदारियों को निभाने का आग्रह किया।
युवा पत्रकार आशुतोष ने खबरों के प्रभाव और समाज पर उनके असर को प्राथमिकता देने की आवश्यकता बताई। युवा पत्रकार हरप्रीत ने सोशल मीडिया के प्रभाव और प्रसार पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर अन्यों के अतिरिक्त जिला भर के पत्रकार एवं जिला लोक संपर्क विभाग ऊना के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।