मेलों के धार्मिक एवं सामाजिक महत्व को बनाए रखना हम सभी का दायित्व - रोहित ठाकुर
रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की देव संस्कृति पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखती है। उन्होंने कहा कि हमारी देव संस्कृति हमारी आस्था और परम्परा का संगम है और यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि देव संस्कृति की परम्परा को सहेज कर रखा जाए। उन्होंने कहा कि समय के साथ मेलों एवं उत्सवों के आयोजन के स्वरूप में बदलाव हुआ है किंतु प्रदेश में परम्पराओं और संस्कृति को अक्षुण्ण रखा जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सायरोत्सव अत्यंत प्राचीन है। यह संतोष का विषय है कि सायर उत्सव की भव्यता और विशिष्टता को बरकरार रखा गया है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपनी संस्कृति और परम्परओं को याद रखें और युवा पीढ़ी को इनसे अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि इतिहास की जानकारी और सीख बेहतर भविष्य का निर्माण करती है।
रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश का समग्र विकास सुनिश्चित बनाने के लिए प्रदेश सरकार नवीन योजनाओं के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कठिन वित्तीय स्थिति के साथ भी संतुलित विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को उनके घर-द्वार के समीप गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करना राज्य सरकार का लक्ष्य है। यह प्रयास किया जा रहा है कि प्रदेश में शिक्षा के स्तर को श्रेष्ठतम बनाया जाए। विद्यालयों का युक्तिकरण इसी दिशा में एक प्रयास है ताकि छात्र-अध्यापक अनुपात बेहतर हो और उचित संसाधनों का समुचित दोहन हो सके।
उन्होंने कहा कि लगभग 7000 पदों के लम्बित परीक्षा परिणाम सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण कर निकाले जा रहे हैं तथा 6200 से अधिक पद भरने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों के बैच वाइज पद रिकॉर्ड संख्या में भरे गए हैं तथा अन्य पद भरने की प्रक्रिया भी जारी है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर राजकीय महाविद्यालय अर्की में हिन्दी तथा राजनीति विज्ञान विषय में एम.ए. की कक्षाएं आरम्भ की जाएंगी। अर्की क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग विद्यालय के लिए औपचारिकताएं पूर्ण होते ही समुचित धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने सभी को सायरोत्सव की बधाई देते हुए आशा जताई कि यह उत्सव भविष्य में पुरातन और आधुनिक संस्कृति का संगम बनेगा।
रोहित ठाकुर ने इस अवसर पर राज्य स्तरीय सायरोत्सव की स्मारिका का विमोचन किया। उन्होंने बेबी शो तथा विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित भी किया।
मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि सायरोत्सव ग्रामीण पृष्ठ भूमि से जुड़ा है और यह प्रसन्नता का विषय है कि अर्की क्षेत्र में सायरोत्सव के माध्यम से प्राचीन संस्कृति, हस्तशिल्प एवं परम्पराओं का संवर्द्धन सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र का एक-समान विकास उनका लक्ष्य है और इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए सभी के सहयोग से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से राजकीय महाविद्यालय अर्की में हिन्दी तथा राजनीति विज्ञान में एम.ए. आरम्भ करने का आग्रह किया।
पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं मण्डी ज़िला के सुदंरनगर के पूर्व विधायक सोहन लाल ठाकुर, शिमला ज़िला के कुसुम्पटी के पूर्व विधायक सोहन लाल, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की धर्मपत्नी मीनाक्षी अवस्थी, खण्ड कांग्रेस समिति अर्की के अध्यक्ष सतीश कश्यप, नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष अनुज गुप्ता, पार्षदगण, पूर्व अध्यक्ष सीमा शर्मा, कांग्रेस महासिचव राजेन्द्र रावत, कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सी.डी. बसंल, ज़िला कांग्रेस समिति के महासिचव प्यारे लाल, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, उपायुक्त सोलन एवं राज्य स्तरीय सायरोत्सव मेला समिति के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, उपमण्डलाधिकारी अर्की एवं मेला अधिकारी सायर मेला यादविंदर पाल, उप पुलिस अधीक्षक दाड़लाघाट संदीप शर्मा, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।