मां शूलिनी मेला के सफल आयोजन में अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन करें सभी सदस्यः उपायुक्त
मनमोहन शर्मा ने कहा कि सोलन के लोगों सहित प्रदेशवासियों की आस्था मां शूलिनी से गहरे से जुड़ी हुई है और उनके नाम पर हर वर्ष आयोजित किए जाने वाले इस मेले को भव्य एवं पारम्परिक ढंग से मनाने के लिए मेला आयोजन समिति से जुड़े सभी सदस्य अपनी तैयारियां समय रहते पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि मेले को सफलतापूर्वक आयोजित करने में सभी का सहयोग आवश्यक है और आयोजन समिति के सभी सदस्य अपनी भूमिका एवं कर्त्तव्यों का बखूबी निर्वहन करें।
उपायुक्त ने कहा कि मेले के प्रथम दिवस प्रातःकाल में शूलिनी माता मंदिर और तत्पश्चात ठोडो ग्राऊंड सोलन मेला मंच में मां शूलिनी की विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। उन्होंने नगर निगम सोलन को ग्राऊंड की दशा सुधारने तथा साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए। मां शूलिनी की शोभा यात्रा व झांकियों का आयोजन 21 जून को दोपहर लगभग 1.50 बजे मंदिर से प्रस्थान किया जाएगा तथा दोपहर लगभग 2.35 बजे डोली का पार्किंग स्थल पर आगमन होगा। यहां मुख्य अतिथि द्वारा डोली की अगवानी की जाएगी और शोभा यात्रा अपने निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ेगी। उन्होंने मां शूलिनी के दर्शनों के लिए उमड़ने वाली भारी भीड़ के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन एवं बेहतर ढंग से दर्शनों की सुविधा के लिए पुलिस विभाग को आवश्यक प्रबंध करने को कहा। उन्होंने एक स्थल पर झांकियों के न्यूनतम ठहराव और इन्हें गतिमान बनाए रखने व इनके सुचारू संचालन के लिए समुचित प्रबंध करने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि मेले में भंडारों के आयोजन के दौरान साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल का उपयोग व अन्य व्यवस्थाएं बनाए रखने तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा नियमित रूप से इनका निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए। भंडारों के दौरान प्लास्टिक कटलरी व थर्मोकोल इत्यादि का उपयोग निषेध रहेगा। उन्होंने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने पर बल देते हुए कहा कि संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा स्थापित किए जाएं और ठोडो ग्राऊंड में ड्रोन कैमरा से सुरक्षा निगरानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि मेला अधिकारी सहित मेले के सफल आयोजन के लिए गठित विभिन्न समितियां अपनी बैठकें इत्यादि कर समय पर सभी प्रबंध पूर्ण कर लें।
बैठक में प्रदर्शनी, खेलकूद, चित्रकला प्रतियोगिता, बेबी शो, फ्लावर शो, पेट शो व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त वित्तीय संसाधनों में वृद्धि, प्रकाशन एवं प्रचार समिति के माध्यम से स्मारिका के प्रकाशन, स्टेज व ग्राऊंड पर बैठने की व्यवस्था, स्टॉल, आवास, परिवहन, क्राफ्ट मेला व स्वागत समिति के दायित्वों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
उपायुक्त ने मेला ग्राऊंड में साफ-सफाई रखने, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने, शौचालय सुविधा, प्राथमिक चिकित्सा सहायता का समुचित प्रबंध करने तथा एक एम्बुलेंस, डॉक्टर व पैरा चिकित्सा कर्मी की तैनाती करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस विभाग को मेले के दौरान शहर के लिए यातायात व्यवस्था से संबंधित योजना समय पर तैयार करने तथा परिवहन विभाग को स्थानीय स्तर पर शटल बस सुविधा की संभावनाएं तलाशने को भी कहा। उन्होंने अग्निशमन विभाग को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फायर टेंडर सहित सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। नगर निगम को तहबाजारी के लिए केवल खुले स्थानों पर ही अनुमति प्रदान करने तथा ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए भी उपाय करने को कहा।
मेला अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार यादव ने बैठक की कार्रवाई का संचालन किया। बैठक में सरकारी सदस्यों के अतिरिक्त कारदारों की ओर से भी बहुमूल्य सुझाव दिए गए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, नगर निगम सोलन की आयुक्त एकता काप्टा, सहायक आयुक्त विवेक शर्मा, सोलन, कंडाघाट, कसौली से उपमण्डलाधिकारी (ना.) सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी व मेला आयोजन से जुड़े अन्य सदस्य उपस्थित थे।