चौपाल खंड मिशन पॉलीब्रिक में 55 क्विंटल प्लास्टिक वेस्ट एकत्रित- विनीत ठाकुर
इस बैठक में मिशन पॉलीब्रिक के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा की गयी वहीं इस पहल में योगदान देने वाले सदस्यों तथा मिशन पाॅलीब्रिक के तहत बेहतर कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया गया।
इसी कड़ी में ग्राम संगठन बमटा प्रथम स्थान पर रहा, जिसने 295 किलो प्लास्टिक वेस्ट रैपर इत्यादि बोतलों में भरकर एकत्रित किया। द्वितीय स्थान पर 255 किलो प्लास्टिक एकत्रित करने वाला टिक्करी ग्राम संगठन रहा, जबकि तृतीय स्थान 240 किलो प्लास्टिक के साथ ग्राम संगठन गोरली मड़ावग ने हासिल किया। इन सभी को खंड विकास अधिकारी विनीत ठाकुर ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
7500 महिलाओं ने लिया हिस्सा
मिशन पाॅलीब्रिक विकास खण्ड चौपाल में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जुड़ी लगभग 7500 महिलाओं के माध्यम से 27 जून 2024 को आरम्भ किया गया था। इस अभियान में 85 ग्राम संगठन की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इसमें सर्वाधिक प्लाॅस्टिक कूड़ा एकत्रित वाले 3 ग्राम संगठनों को खण्ड स्तरीय प्रतियोगिता के दौरान समान्नित किया गया। इस अभियान से एकत्रित प्लास्टिक, जैसे कि बिस्कुट, टॉफी, कुरकुरे, चिप्स और अन्य प्रकार के बायो नॉन डिग्रेडेबल कचरे को प्लास्टिक की बोतलों में भर कर पाॅलीब्रिक बनाना था। फिर इन पाॅलीब्रिक का इस्तेमाल निर्माण कार्य के लिए करना है।
पर्यावरण के लिए घातक है प्लास्टिक
प्लास्टिक वेस्ट हजारों साल तक पर्यावरण में रहकर विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों की वजह बनता है जिससे वायु , जल, मृदा प्रदूषित होती है। इसलिए मिशन पाॅलीब्रिक अभियान से न केवल सामुदायिक भागीदारी से पूरे चौपाल की सफाई का अलख जगा है। बल्कि इस प्लास्टिक वेस्ट से पॉलीथीन की ईंटें बनाकर उनका सदुपयोग विभिन्न निर्माण कार्यों जैसे कि बेंच मेकिंग, रोड मेकिंग, वॉल मेकिंग इत्यादि की दिशा में जागरूकता के तौर पर भी होने लगा है।